FAQs
सैनिक स्कूल और मिलिट्री स्कूल के लिए FAQs
उत्तर: सैनिक स्कूल और मिलिट्री स्कूल भारत के शैक्षणिक संस्थान हैं जो युवाओं को सैन्य सेवा के लिए तैयार करते हैं। इन स्कूलों में छात्रों को सैन्य शिक्षण के साथ-साथ सामान्य शिक्षा भी प्रदान की जाती है।
उत्तर: सैनिक स्कूल और मिलिट्री स्कूलों में प्रवेश के लिए छात्रों को एक प्रवेश परीक्षा देनी होती है। प्रवेश परीक्षा में गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, इतिहास, भूगोल और नागरिक शास्त्र आदि विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रवेश परीक्षा का परिणाम घोषित होने के बाद, चयनित छात्रों को साक्षात्कार और मेडिकल टेस्ट के लिए बुलाया जाता है। साक्षात्कार और मेडिकल टेस्ट में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों का अंतिम चयन किया जाता है।
उत्तर: सैनिक स्कूल और मिलिट्री स्कूल छात्रों को निम्नलिखित लाभ प्रदान करते हैं:
सैन्य सेवा के लिए तैयारी
देशभक्ति, अनुशासन, नेतृत्व और आत्मरक्षा के गुणों का विकास
सामान्य शिक्षा
खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने का अवसर
उत्तर: सैनिक स्कूल और मिलिट्री स्कूलों में प्रवेश के लिए छात्रों को निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होता है:
आयु: कक्षा 6 के लिए 10 से 12 वर्ष, कक्षा 9 के लिए 13 से 15 वर्ष और कक्षा 11 के लिए 16 से 18 वर्ष
राष्ट्रीयता: भारतीय
मूल निवासी: भारत के किसी भी राज्य का मूल निवासी
शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ
उत्तर: सैनिक स्कूल और मिलिट्री स्कूलों में छात्रों को सैन्य शिक्षण के साथ-साथ सामान्य शिक्षा भी प्रदान की जाती है। सैन्य शिक्षण में छात्रों को देशभक्ति, अनुशासन, नेतृत्व और आत्मरक्षा के गुणों को विकसित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। सामान्य शिक्षा में छात्रों को विज्ञान, गणित, अंग्रेजी, इतिहास, भूगोल, नागरिक शास्त्र आदि विषयों की शिक्षा प्रदान की जाती है।
उत्तर: सैनिक स्कूलों और मिलिट्री स्कूलों की फीस अलग-अलग होती है। सैनिक स्कूलों में फीस रक्षा मंत्रालय द्वारा निर्धारित की जाती है। मिलिट्री स्कूलों में फीस भारतीय सेना द्वारा निर्धारित की जाती है।
उत्तर: सैनिक स्कूलों और मिलिट्री स्कूलों में छात्रों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं। इन सुविधाओं में हॉस्टल, भोजन, चिकित्सा सुविधा, खेलकूद सुविधा, सांस्कृतिक सुविधा आदि शामिल हैं।
उत्तर: सैनिक स्कूलों और मिलिट्री स्कूलों में छात्रों के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियाँ होती हैं। इन गतिविधियों में खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधियाँ, शैक्षिक गतिविधियाँ आदि शामिल हैं।
उत्तर: सैनिक स्कूल और मिलिट्री स्कूलों के बाद छात्र विभिन्न सैन्य अकादमी में प्रवेश ले सकते हैं। सैन्य अकादमी में सफल होने के बाद छात्र भारतीय सेना में अधिकारी के रूप में शामिल हो सकते हैं।